प्रायश्चित करने के लिए पूर्व मंत्री तोमर ने बेटे के साथ किया टॉयलेट साफ

मध्य प्रदेश के पूर्व मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने गुरुवार को हुई गलती का प्रायश्चित करने के लिए शुक्रवार को बेटे को साथ लेकर कांच मिल में सार्वजनिक टॉयलेट साफ किया और कचरा उठाकर फेंका। तोमर ने कहा कि चितंन करने पर अहसास हुआ कि अहंकार पतन का कारण बनता है। इसी अहंकार को समाप्त करने के लिए बेटे की सहमति से आज एक घंटे साफ-सफाई करने का निर्णय लिया। वे यह भी बोले कि इस प्रायश्चित्त में केवल पश्चाताप है, कोई राजनीति नहीं।



दरअसल, पूर्व मंत्री के बेटे रिपुदमन उर्फ सागर तोमर गुरूवार को पांच दिन के श्वान का इलाज कराकर एक्टिवा से घर लौट रहे थे। मास्क लगा नहीं होने के कारण ट्रैफिक पुलिस ने उन्हें रोक लिया था। तब पूर्व मंत्री का बेटा पुलिस को रौब दिखाकर बिना चालान भरे वहां से निकल आया। साथ ही पुलिस वालों को धमकी दी की बंगले पर बुलाकर बताऊंगा कि मैं कौन हूं। जब सोशल मीडिया पर रिपुदमन का यह वीडियो वायरल हुआ तो प्रद्युम्न सिंह तोमर बेटे को लेकर उसी प्वॉइंट पर पहुंचे। ट्रैफिक पुलिस के अधिकारियों को बुलाकर रेडक्रॉस की रसीद कटवाने के साथ बेटे से भी माफी मंगवाई।



 


पूर्व मंत्री तोमर ने शुक्रवार सुबह पत्नी के साथ अपने फेसबुक पर वीडियो पोस्ट किया। उन्होंने फिर माफी मांगते हुए कहा कि अहंकार पतन का कारण बनता है। इस अहंकार का टूटना जरूरी है, इसलिए बेटे की सहमति से उन्होंने निर्णय किया है कि वह एक घंटे क्षेत्र में सफाई करेंगे। इसके बाद दोपहर 11:30 से 12:30 बजे तक कांच मिल में टॉयलेट साफ किया और कचरा उठाकर भी फेंका। बता दें मंत्री पद पर रहते हुए भी प्रद्युम्न सिंह तोमर नाले में उतरकर सफाई कर सबको चौंका दिया था।


क्वारंटाइन सेंटर पर नर्सो और आया के साथ बदसलूकी


मंदसौर में शुक्रवार को क्वारंटाइन सेंटर में कमरों में चादर बदलने व भोजन लेकर पहुंचे पैरामेडिकल स्टाफ के साथ दु‌र्व्यवहार किया गया और अपशब्द कहे। लोगों ने भोजन भी फेंक दिया और कहा कि अब दोबारा दूसरी मंजिल पर कमरे में आए तो मारपीट भी करेंगे। हमें जबरन यहां लाकर क्यों बंद किया गया है। इसके बाद नर्सो व आया ने क्वारंटाइन सेंटर के प्रभारी डॉ. डीके शर्मा से शिकायत की। डॉ. शर्मा ने मुख्य चिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. महेश मालवीय को जानकारी दी है। मालूम हो, गुरवार शाम 10 कोरोना पॉजिटिव मिलने के बाद उनकी कांटेक्ट लिस्ट में शामिल करीब 91 लोगों को क्वारंटाइन सेंटर पर पहुंचाया गया है।