पश्चिम बंगाल सरकार की तरफ से जारी स्वास्थ्य बुलेटिन को बीजेपी ने 'विसंगतपूर्ण' करार दिया है। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखते हुए कहा कि राज्य कोविड-19 केसों को लेकर जिस तरह के आंकड़े दे रही है उससे वह चिंतित है।
पत्र में कहा गया, “... 4 मई को जो बुलेटिन जारी किया गया था उसमें आंकड़ों को लेकर कुछ विसंगतियां थीं। मैंने उन्हें सूचीबद्ध किया और यह उम्मीद करते हैं कि आपका प्रशासन उच्च स्तर पर पारदर्शिता रखते हुए सूचना मुहैया कराएगा ताकि लोग कोविड-19 के खिलाफ चुनौतियों में राज्य सरकार की तरफ से तैयारियों का आकलन कर सकें।”
उन्होंने यह भी कहा, "इस बारे में कोई सूचना नहीं है कि कितने लोग टेस्ट से वंचित रह गए और उन्हें गुप्त तरीके से दफना दिया गया या फिर अंतिम संस्कार कर दिया गया।" पत्र में कहा गया, ऐसे आंकड़े नहीं होने के चलते महामारी का विश्लेषण मुश्किल है साथ ही ऐसे परिवार जिन्हें सरकार की तरफ से घोषित किए गए मुआवजा मिलना था वे भी नहीं मिल पाएगा
गौरतलब है कि राज्य की तरफ से कोरोना महामारी की चुनौतियों से निपटने के तरीके पर बीजीप और राज्य की तृणमूल कांग्रेस सरकार पर आरोप-प्रत्यारोप होता रहा है। मंगलवार को जारी पत्र में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि अलीपुर जिले में दिखाया गया कि कोई केस नहीं है जबकि मुख्यधारा की मीडिया रिपोर्ट्स में ये दिखाया गया कि जिले में कम से कम चार केस थे।
पत्र में आगे कहा गया, “4 मई के पश्चिम बंगाल सरकार के स्वास्थ्य बुलेटिन में पश्चिम बर्धमान जिले में कोविड-19 से एक भी मौत नहीं दिखाया गया था जबकि मुख्य सचिव ने 21 अप्रैल को खुद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जिले में एक मौत की बात स्वीकार की थी।”