तनाव लेने से कम हो सकती है आयु, धूम्रपान और मधुमेह है बड़ा कारक


लंदन, आइएएनएस। यदि आप बुहत ज्यादा तनाव लेते हैं तो यह खतरनाक साबित हो सकता है। एक नए अध्ययन में शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि ज्यादा तनाव से न सिर्फ व्यक्ति मानसिक तौर पर बीमार रहता है बल्कि इससे उसकी आयु भी कम हो सकती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि किसी व्यक्ति की जीवन प्रत्याशा यानी एक व्यक्ति के औसत जीवनकाल का अनुमान, न केवल पारंपरिक जीवन शैली से संबंधित कारकों से प्रभावित होती है, बल्कि जीवन की गुणवत्ता से जळ्ड़े कारक भी इसके लिए जिम्मेदार होते हैं।


बीएमजे ओपन नामक जर्नल में प्रकाशित यह अध्ययन फिनलैंड के 25 से 74 वर्ष की उम्र के लोगों से पूछे गए सवालों पर आधारित है। इसके लिए शोधकर्ताओं ने वर्ष 1987-2007 के बीच एक सर्वेक्षण किया था। अपने निष्कर्षों के लिए शोधकर्ताओं ने कई जोखिम वाले कारकों के प्रभावों का अध्ययन किया।


क्या है तनाव : शोधकर्ताओं ने तनाव को जीवन प्रत्याशा कम करने का सबसे बड़ा कारक माना। शोधकर्ताओं ने कहा कि तनाव को किसी ऐसे शारीरिक, रासायनिक या भावनात्मक कारक के रूप में समझा जा सकता है, जो शारीरिक तथा मानसिक बेचैनी उत्पन्न करे और यह बीमारियां पैदा करने का भी एक कारक बन सकता है। तनाव के भावनात्मक कारक तथा दबाव कई सारे हैं। कुछ लोग जहां ‘स्ट्रेस’ को मनोवैज्ञानिक तनाव से जोड़ कर देखते हैं, तो वहीं कुछ इसे ऐसे कारक के रूप में दर्शाने के लिए इस्तेमाल करते हैं, जो शारीरिक कार्यों की स्थिरता तथा संतुलन में व्यवधान पैदा करता है।


धूमपान और मधुमेह भी है बड़ा कारक : अध्ययन के दौरान शोधकर्ताओं ने पाया कि 30 वर्षीय पुरुषों के लिए जीवन प्रत्याशा कम होने के अन्य बड़े कारण धूमपान और मधुमेह भी हैं। धूमपान उनकी जीवन प्रत्याशा से 6.6 वर्ष और मधुमेह 6.5 वर्ष कम कर देता है। अध्ययन के मुताबिक, भारी तनाव में रहने से पुरुषों की जीवन प्रत्याशा 2.8 साल कम हो जाती है। वहीं दूसरी ओर 30 वर्ष की महिला की जीवन प्रत्याशा को धूमपान 5.5 वर्ष कम कर सकता है।


जमकर करें फल और सब्जियों का इस्तेमाल : शोध में यह भी पता चला है कि व्यायाम की कमी ने 30 साल के पुरुषों की जीवन प्रत्याशा को काफी कम कर दिया है था। शोधकर्ताओं ने कहा कि यदि आप अपनी जीवन प्रत्याशा बढ़ाना चाहते हैं तो जमकर फल और सब्जियों के सेवन करें। ऐसी चीजें आपकी उम्र को लगभग दो साल और बढ़ा सकती है। इसके अलावा नियमित व्यामाम और योगासन करने से भी तनाव को बहुत हद तक कम कर ने में मदद मिल सकती है।