कोरोना से बचाव के लिए अस्पताल में अलग वार्ड, मास्को की बढ़ी मांग

साहिबाबाद: चीन से दिल्ली-नोएडा तक पहुंच चुके कोरोना वायरस का खौफ ट्रांस हिडन में भी बढ़ रहा है। हालांकि, यहां कोरोना वायरस से संक्रमित एक भी मरीज अभी सामने नहीं आया है। वहीं, यशोदा अस्पताल में खांसी, जुकाम, बुखार के मरीजों की जांच के लिए अलग वार्ड बनाया गया है। दूसरी तरफ, पिछले दो दिनों में मास्क के खरीदारों की संख्या भी बढ़ी है। इस वजह से मास्क की कमी हो गई है। डाक्टरों ने लोगों से अपील की है कि वह डरें नहीं, सावधानी बरतें।


कोरोना वायरस की चपेट में आने से बचने के लिए अस्पतालों में ज्यादातर डॉक्टर और कर्मचारी मास्क लगाकर ड्यूटी कर रहे हैं। खांसी, जुकाम, बुखार के मरीजों की जांच से पहले उनकी मेडिकल हिस्ट्री पता की जा रही है। खासतौर पर डॉक्टर मरीजों से यह जानने का प्रयास कर रहे हैं कि जांच कराने पहुंचा व्यक्ति चीन, इटली, सिगापुर जैसे देशों से यात्रा करके या फिर वहां से आए दूसरे मरीजों के संपर्क में तो नहीं आया है। क्योंकि ऐसे लोगों के संपर्क में आने से ही कोरोना वायरस की संभावना होती है, जिनका कनेक्शन कोरोना वायरस से संक्रमित इटली, चीन, सिगापुर जैसे देशों में रहने वाले लोगों से है। स्कूल में कोरोना से बचने को एडवाइजरी जारी: वसुंधरा सेक्टर-11 स्थित विद्या बाल भवन पब्लिक स्कूल में कोरोना वायरस से बचने के लिए एक एडवाइजरी जारी की गई। जिसमें अभिभावकों व छात्र-छात्राओं को कोरोना वायरस से बचाव के लिए उपाय बताए गए। स्कूल के मेन गेट पर गार्डो को मास्क दिए गए व हैंड सैनेटाइजर रखा गया है। गार्डो को निर्देश दिए गए है कि बाहर से आने वाले व्यक्ति को प्रवेश करते ही मास्क पहनने को कहें और सैनेटाइजर से हाथ साफ करवाएं। सभी शिक्षिकाओं व कर्मचारियों को निर्देश दिए गए कि वह स्कूल परिसर में मास्क पहनकर आएं। 


भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से बचें। जारी किए गए दो टोल फ्री नंबर: कोरोना वायरस आम वायरल की तरह है, इसकी अलग से कोई पहचान नहीं है। ऐसे में दो टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं। गाजियाबाद में सुबह दस से पांच बजे तक 0120-4186453 नंबर भारत सरकार द्वारा जारी किए गए 011-23978046 नंबर पर किसी भी वक्त फोन कर कोरोना वायरस से संबंधित जानकारी कर सकते हैं। पिछले दो दिनों में बढ़ती मांग के कारण मास्क की कमी हो गई है। पर्याप्त मात्रा में मास्क नहीं मिल पा रहा है। इसकी वजह भारत से मास्क का निर्यात कोरोना वायरस से संक्रमित देशों में किया जाना है। मास्क की कमी के कारण अब दाम भी बढ़ गए हैं।