भावुक हुए सीएम योगी, बोले- मानसरोवर मंदिर के जीर्णोद्धार की जताई थी इच्छा

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गोरखपुर में बृहस्पतिवार को अंधियारी बाग के मानसरोवर मंदिर में मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में पहुंचे। वहां उन्होंने खास अंदाज में भगवान की पूजा अर्चना की। इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मानसरोवर में भगवान राम के मंदिर का निर्माण कार्य आज पूरा हुआ है। इस दौरान सीएम योगी ने अपने गुरू अवेद्यनाथ जी को भी यादकर भावुक हो गए।



साथ ही मुख्यमंत्री योगी ने कहा- आज से ही अयोध्या में भगवान राम के भव्य राम मंदिर निर्माण का कार्य प्रारंभ होने जा रहा है। देव स्थलों से सभी को जुड़ना चाहिए। उनकी सुरक्षा, संरक्षा और साफ-सफाई में अपनी भूमिका सुनिश्चित करनी चाहिए। देव स्थल सार्वजनिक स्थल हैं और इनका संरक्षण पूरे समाज का दायित्व है। ऐसे कार्य से खुद को सुकून मिलता है।



इस दौरान मुख्यमंत्री योगी ने अपने गुरु ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ की उस इच्छा का जिक्र भी किया, जिसमें उन्होंने मानसरोवर मंदिर के जीर्णोद्धार की इच्छा जताई थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि  ब्रह्मलीन महंत  दिग्विजय नाथ ने यहां रहकर समाज को दिशा देने का काम किया था।


सीएम योगी ने कहा कि प्रसाद चढ़ाने के बाद आप प्लास्टिक कही भी फेंक देते हैं। इससे परिसर गंदा होता है और प्लास्टिक की वजह से नाली में जाम हो जाता है। कूड़े में फेंका गया प्लास्टिक खाकर गायों की भी मौत हो जाती है। इतने सारे दुष्प्रभावों के पाप से बचना है तो प्लास्टिक का इस्तेमाल रोकना होगा।


इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने राम दरबार राधा-कृष्ण दुर्गा माता एवं  भगवान शिव  के मंदिर में स्थापित प्रतिमाओं की प्राण प्रतिष्ठा की। इस अवसर पर दिगम्बर अखाड़ा अयोध्या के महंत सुरेशदास, वाराणसी के महंत सन्तोष दास सतुआ बाबा, महंत शांति नाथ, योगी कमलनाथ, महंत रवींद्र दास आदि मौजूद रहे।