फरीदाबाद में गारमेंट एक्सपोर्टर अतुल त्यागी ने आत्महत्या से पहले रात को अपनी डायरी में 17 पेज का सुसाइड नोट लिखा है। नोट के आखिरी पन्ने पर अपने एक वकील दोस्त का नाम लिखकर अतुल ने उसके लिए एक संदेश दिया है। ऐसे में कारोबारी की डायरी से कई राज खुलने की उम्मीद है। हालांकि उस डायरी में क्या लिखा है, पुलिस उसे छिपाने में लगी है। थाना कोतवाली पुलिस सुसाइड नोट को जांच का विषय बताकर कुछ भी बताने से इंकार कर रही है।
कारोबारी के दोस्त अधिवक्ता अनिल पाराशर ने बताया कि अतुल त्यागी काफी हंसमुख स्वभाव का व्यक्ति था। सभी से काफी गर्मजोशी के साथ मिलता था। वह ऐसा कदम उठा लेगा, उन्होंने कभी सोचा भी नहीं था। पाराशर के अनुसार कमरे से मिली अतुल त्यागी की डायरी में 17 पेज का सुसाइड नोट पुलिस को मिला है। अंतिम पेज पर अतुल ने उनके नाम का उल्लेख करते हुए लिखा है कि वकील साहब मेरे भाई व बच्चों का ध्यान रखना। यह बताते हुए पाराशर भावुक हो गए।सुसाइड नोट में इसके अलावा और क्या लिखा है तो उन्होंने जानकारी होने से इंकार किया। वहीं थाना कोतवाली प्रभारी मनोज कुमार ने इस बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है। ऐसे में सवाल यह है कि 17 पेज में अतुल ने ऐसा क्या लिखा कि पुलिस उसे छिपाने में लगी हुई है। होटल डिलाइट के मालिक सोनू भाटिया ने बताया कि अतुल त्यागी ने शाम करीब 5.30 बजे चेक इन किया था।
जांच के दौरान पुलिस ने कमरे से शराब की एक खाली बोतल भी बरामद की है। ऐसे में माना जा रहा है कि वह शाम से ही वहां शराब पीने लगे थे। रात को 12.30 बजे के करीब अतुल त्यागी की अपनी पत्नी से बात हुई थी। उसके बाद उनका फोन नहीं उठा। पुलिस मान रही है कि पत्नी से बात होने के बाद उन्होंने अपने हाथ की नस कट ली होगी।