लखनऊ (आरएनएस)। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर बिजली कर्मचारी व अभियंता लगातार दूसरे दिन भी कार्य बहिष्कार पर रहे। कार्य बहिष्कार के दूसरे दिन भी शक्ति भवन सहित परियोजना व जिला मुख्यालयों पर बिजली कर्मचारियों ने विरोध सभाएं की। इस दौरान प्रदेश मुख्यमंत्री से मामले में प्रभावी हस्तक्षेप करने की मांग दोहरायी गयी। कार्य बहिष्कार के तहत अनपरा, ओबरा, पारीक्षा, हरदुआगंज, पनकी, वाराणसी, गोरखपुर, आजमगढ़, मिर्जापुर, सहारनपुर, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर, नोएडा, आगरा, अलीगढ़, मथुरा, बांदा, झांसी, कानपुर, मुरादाबाद, बरेली, फैजाबाद, अयोध्या, गोण्डा, प्रयागराज में बिजली कर्मचारियों व अभियंताओं ने सभाएं कर आक्रोश जताया। संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने एक बार फिर से बात दोहरायी कि वे 2600 करोड़ रुपए की धनराशि के भुगतान की बजाए इस धनराशि के भुगतान की गांरटी लेने और गारंटी का नोटिफिकेशन जारी करने की मांग सरकार से कर रहे हैं।
संघर्ष समिति ने पीएफ घोटाले की सीबीआई जांच तत्काल शुरु करने की मांग मुख्यमंत्री से की। साथ ही घोटाले के मुख्य आरोपी ट्रस्ट व पावर कारपोरेशन के पूर्व चेयरमैन को तत्काल बर्खास्त कर गिरफ्तार करने की भी मांग दोहरायीसंघर्ष समिति की कोर कमेटी की 20 नवम्बर को बुलायी गयी बैठक में आंदोलन के अगले कार्यक्रमों की घोषणा की जाएगी। संघर्ष समिति ने पीएफ घोटाले के विरोध में जूनियर इंजीनियर्स संगठन के 20 नवम्बर से किये जाने वाले कार्य बहिष्कार का भी समर्थन करने का ऐलान किया। बिजली कर्मियों को दें निवेश की जानकारी पीएफ घोटाले में प्रदेश सरकार के सकारात्मक कदम को लेकर उन पावर आफिसर्स एसोसिएशन के सदस्यों ने नियमित तरीके से काम किया और कंट्रोल रूम में भी ड्यूटी निभायी। एसोसिएशन सदस्यों पूरी रात कंट्रोल रूम में ड्यूटी निभाते हुए प्रदेश की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था की निगरानी की। एसोसिएशन सदस्यों ने एक बार फिर से सरकार से अपनी मांग दोहरायी कि सरकार पीएफ घोटाले में फंसी रकम को वापस लाये। साथ ही कार्मिकों को भरोसा भी दिलायेएसोसिएशन ने सरकार से यह भी मांग की कि डीएचएफएल घोटाले जैसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए लिए कर्मचारियों के जीपीएफ, सीपीएफ का पैसा निवेश किया जाए तो उसकी पूरी सूचना वेबसाइट पर उपलब्ध करायी जाएएसोसिएशन ने प्रदेश सरकार द्वारा सीबीआई जांच की घोषणा के बाद केंद्र सरकार द्वारा जांच न शुरु कराये जाने पर संदेह व्यक्त किया।